संस्कार इंटरनेशनल एकेडमी का ‘जश्न 2023’ सम्पन्न


बैस्ट रिपोर्टर न्यूज,जयपुर । दुर्गापुरा कृषि अनुसंधान केन्द्र स्थित सभागार में संस्कार इंटरनेशनल एकेडमी का वार्षिक उत्सव ‘ जश्न-2023’ सम्पन्न हुआ। कोरोना प्रतिबंधों के चलते तीन वर्ष के अंतराल पर सम्पन्न हुए इस कार्यक्रम में खास मेहमानों के रूप में श्रम और रोजगार मंत्रालय के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक एवं मोटिवेशनल स्पीकर के.एस.यादव, जी.एस.टी के डिप्टी कमिशनर विष्णु सिंह बारेहठ, प्रसिद्ध साहित्यकार व ज्याति महिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रबोध गोविल एवं भारतीय जीवन बीमा निगम के पूर्व प्रबंध निदेशक हेमन्त भार्गव ने शिरकत की। कार्यक्रम का शुभारम्भ खास मेहमानों के अतिरिक्त स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष अनिल यादव, स्कूल के प्रबंध निदेशक पवन यादव, स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्य राजेश नरूका, रामसिंह चौधरी, सुरेश कुमावत, दिनेश यादव, आर.एल.यादव, प्रेमलता यादव एवं स्कूल प्रिंसिपल पूजा यादव  के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से किया गया । स्कूल प्रिंसिपल पूजा यादव के निर्देशन में दो छोटी बच्चियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया।


कार्यक्रम के दौरान छोटे-छोटे बच्चों ने अपनी अत्यंत आकर्षक प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया। के.एस.यादव ने अपने संबोधन में स्मार्ट पेरेंटिंग के महत्व को विस्तार से इंगित किया तथा बच्चों को मोबाईल के दुष्प्रभावों से बचाने हेतु अभिभावकों को स्वयं पर नियंत्रण रखने की बात पर जोर दिया, यादव ने कहा कि  प्री-प्राईमरी के बच्चों के लिए शिक्षक की भूमिका उनके दूसरे अभिभावक के रूप में बेहद महत्वपूर्ण होती है । बच्चों के विकास के लिए जरूरी है कि स्कूल घर बन जाए और घर स्कूल बन जाए । विष्णु सिंह बारेठ ने कहा कि ‘संस्कार’ निर्माण सबसे कठिन लेकिन देश के लिए सबसे जरूरी काम है अतः बच्चों को सकारात्मक संस्कारों से लैस करने की आवश्यकता है। प्रबोध गोविल ने बताया कि प्री स्कूलों में बच्चों को केवल पढ़ाया नहीं जाता है वरन् देश का भविष्य की नींव रखी जाती है, नींव जितनी अधिक मजबूत होगी ईमारत उतनी ही मजबूत व बेहतरीन बनेगी। हेमंत भार्गव ने शिक्षा क्षेत्र में किए गए अनेक प्रयोगों का वर्णन करते हुए सभागार में मौजूद अभिभावकों को यह समझाने की कोशिश की कि बच्चों के सामने भूलकर भी नकारात्मक वातावरण ना रखें तथा उन्हें निरंतर सकारात्मक प्रोत्साहन देते रहें क्योंकि सकारात्मक प्रोत्साहन बच्चों के विकास को कई गुना बढ़ाने की क्षमता रखता है। मंच संचालन नीतू सैन ने किया।