वॉक की शुरुआत संविधान की प्रस्तावना और सांगा वंदन के साथ हुई। वहां उपस्थित जनसमूह ने भावपूर्ण नमन करते हुए "जय सांगा बाबा, जय क्राफ्ट" के उद्घोष के साथ यात्रा आरंभ की। मार्ग में अनेक धरोहर स्थलों- पुराने छपाई केंद्रों, मंदिरों, कुओं और हवेलियों को पार करते हुए यह यात्रा त्रिपोलिया स्थित संघीजी मंदिर पर समापन को पहुँची।
प्रमुख वक्ता सांगानेर के लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र कुम्भज, महिला सशक्तिकरण की प्रतीक आरती शर्मा, वरिष्ठ समाजसेवी नीलम सुईवाल, एवं डॉ. रामसिंह बैथाडिय़ा, मंजुलता, अरुणा स्वामी, अशोक स्वामी, डॉः भानुमति गुलराजनिया, प्रेमलता सेठी, प्रोफेसर राजेश चौधरी, नवरतन छीपा, दीपक कोठीवाल, हिटलर छीपा, लक्ष्मीनारायण मीणा, फ्रोफेसर गोपीनाथ, रामस्वरूप चौधरी, रामावतार शर्मा, भगवान आलोरिया और गायक सुदेश शर्मा, कवि उमेश मिश्रा सहित अनेक गणमान्यजनों ने अपने विचार व्यक्त किए।
"शिल्प ही शक्ति है!"
"क्राफ्ट सिटी हमारा अधिकार है!"
"सांगानेर बोलेगा - शिल्प का डंका बजेगा!"
"हाथों की मेहनत, पहचान की मांग!"
"सांगा बाबा का आशीर्वाद क्राफ्ट को दिलाएँ न्याय!"
-------------------