विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर इस अभियान के देशव्यापी प्रचार के शुभारंभ की घोषणा करते हुए अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज डागा ने बताया कि इस रक्तदान अभियान के माध्यम से सम्पूर्ण भारत में एकता का संदेश प्रसारित करने के लिए परीक्षण के तौर पर देश के सभी कोनों में रक्तदान शिविर आयोजित कर इस अभियान का आगाज किया जा रहा है। एक तरफ भारत में सर्वाधिक ऊंचाई पर स्थित सड़क मार्ग (18 हजार फीट) लेह लद्दाख से ऊपर खरदुंगला दर्रा, वही अरूणाचल प्रदेश स्थित नाहरलगुन तो गुजरात में कच्छ के रण, और तीन महासागरों के संगम स्थल कन्याकुमारी, भारत के मध्य मे स्थित नागपुर में रक्तदान का प्रारंभ कर संस्था द्वारा मानव सेवा की एक अनूठी पहल की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि इन पांचों ही स्थानों पर प्रतिकात्मक रूप से रक्तदान कर इस रक्तदान के महामहोत्सव का आगाज किया जा रहा है। लेह लद्दाख में स्थित खरदुंगला दर्रा मे 18 हजार से भी ज्यादा फीट पर बर्फीली हवाओ के बीच मुम्बई से समागत दिव्यांग व्यक्ति श्री प्रकाश नाडर ने 121वीं बार रक्तदान करके पूरे विश्व को यह संदेश दिया कि जब शारीरिक दृष्टि से अक्षम व्यक्ति कठिनाईयों की परवाह किये बिना 18325 फुट पर विश्व की सबसे ऊंची मोटरेबल सड़क पर जाकर रक्तदान कर सकता है तो उससे प्रेरणा लेकर हर एक सक्षम व्यक्ति को अवश्य रक्तदान करना चाहिए।
इस अवसर पर मेगा ब्लड डोनेशन ड्राइव के राष्ट्रीय संयोजक श्री हितेश भांडिया ने भी सबसे ऊंची चोटी पर जाकर स्वयं ने रक्तदान कर सभी को मानवता के इस अभियान में जुड़ने की प्रेरणा दी।संस्था के संबंध में जानकारी देते हुए महामंत्री पवन मांडोत ने बताया कि अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् सम्पूर्ण भारत एवं नेपाल में फैली 350 से अधिक शाखा परिषदों एवं 45000 से अधिक युवाओं के सशक्त नेटवर्क के साथ तेरापंथ धर्मसंघ का सबसे विशाल संगठनमूलक केन्द्रीय संस्थान है एवं तेरापंथ धर्मसंघ के 11वें अधिशास्ता आचार्यश्री महाश्रमणजी के पावन आध्यात्मिक दिशा-निर्देशन में सेवा, संस्कार और संगठन के क्षेत्र में विभिन्न आयामों के संचालन के द्वारा समाज और राष्ट्र की सेवा में संलग्न है।
मेगा ब्लड डोनेशन ड्राइव के राष्ट्रीय संयोजक हितेश भांडिया ने बताया कि संस्था के इस महाअभियान को महामहिम राष्ट्रपति महोदय, माननीय प्रधानमंत्री महोदय, दिग्गज राजनेताओं, सुप्रसिद्ध अभिनेताओं, प्रमुख उद्योगपतियों आदि विशिष्ट हस्तियों सहित आमजन का समर्थन प्राप्त है। केन्द्र सरकार, राज्य सरकारों, स्थानीय प्रशासनिक निकायों, प्रशासनिक अधिकारियों, समाजसेवी संस्थाओं का पूर्ण सहयोग प्राप्त है। समर्पित कार्यकर्ताओं की विशाल टीम और हजारों-लाखों रक्तदाताओं की सेवा भावना के साथ मानव सेवा का यह कीर्तिमान रचने का पूर्ण संकल्प है।
मेगा ब्लड डोनेशन ड्राइव के राष्ट्रीय सहसंयोजक सौरभ पटावरी ने बताया कि लगभग एक दशक पूर्व अभातेयुप ने अपनी रक्तदान के माध्यम से मानव सेवा के क्षेत्र में एक क्रांति करने का संकल्प संजोया। उस संकल्प की परिणति रक्तदान के महाअभियान ‘मेगा ब्लड डोनेशन ड्राइव MBDD’ के रूप में हुई। MBDD के अंतर्गत अभातेयुप द्वारा 17 सितम्बर 2012 को एक दिन में देश के 276 शहरों एवं कस्बों में 651 रक्तदान शिविरों के माध्यम से 96,600 यूनिट रक्त संग्रह का कीर्तिमान रचा गया। 06 सितंबर 2014 को देश के 286 स्थानों पर 682 रक्तदान शिविरों के माध्यम से 100212 यूनिट रक्तदान के साथ गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज हुआ। सन् 2016 में एक वर्ष तक निरंतर 366 दिन तक 410 स्थानों पर 468 रक्तदान शिविरों के साथ विश्व के सबसे लंबे समय तक निरंतर चलने वाले रक्तदान अभियान के रूप में इण्डिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज हुआ। सन् 2020 में कोविड-19 की विकट परिस्थितियों व लॉकडाउन की स्थिति में भारत सरकार के अनुरोध पर 55000 यूनिट रक्तदान एवं एक माह में 2000 प्लाज्मा डोनेशन के साथ एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, इण्डिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, ग्लोबल रिकॉर्ड एण्ड रिसर्च फाउण्डेशन, एशिया पेसिफिक रिकॉर्ड्स और ग्लोबल रिकॉर्ड्स में अभातेयुप का नाम दर्ज हुआ।
मेगा ब्लड डोनेशन ड्राइव के मीडिया प्रभारी श्री सूर्या डागा ने बताया कि 17 सितंबर 2022 को देश के 1000 से अधिक स्थानों पर एक साथ रक्तदान शिविर आयोजित कर डेढ़ लाख से अधिक यूनिट रक्त संग्रह कर अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् अपने ही गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ते हुए पुनः नया रिकॉर्ड बनाने के लिए संकल्पित है। उन्होंने सभी से इस अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान करने की अपील की।