रिपोर्ट : आशा पटेल
इस अवसर पर विनोबा जी की ' भूदान यात्रा ' सहित स्वतंत्रता उपरांत राष्ट्रीय पुनर्जागरण में उनके शांति और अहिंसा के मार्ग के जरिए किये गये प्रयासों तथा सर्वोदय विचार क्रांति और जय -जगत की अवधारणा के संबंध में चर्चा की गयी। युवा पीढ़ी तक विनोबा के संदेश को पहुंचाने पर भी बल दिया गया। जयपुर की कुछ नन्हीं बालिकाओं द्वारा गाये गये ' जय -जगत ' गीत का वीडियो भी प्रस्तुत किया गया। यह गीत शांति, अहिंसा, सद्भावना, मैत्री और विश्व बंधुत्व के संदेश का उद्घोष गीत है। विनोबा विचार मंच के तत्वावधान में आयोजित इस भावांजलि में विनोबा साहित्य भी भेंट किया गया।
भावांजलि में प्रमुख तौर पर सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट रमेशचंद शर्मा, सर्वोदयी एवं गांधी विचारक अनिल गोस्वामी, एडवोकेट उग्रसेन यादव, विनोबा विचार मंच के सह -संयोजक नीरज डोडा, स्व. मदनलाल जी खेतान के पौत्र विक्रम खेतान, राजकुमार अग्रवाल ने विनोबा का स्मरण किया। कार्यक्रम संचालन कुलदीप शर्मा ने किया।
वहीं, उदयपुर जिले के भिंडर में सवना गांव में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्र - छात्राओं ने विनोबा पुण्यतिथि पर गांव में प्रभात फेरी निकालकर ' जय -जगत ' गीत गुंजायमान किया। प्रधानाचार्य ज्योत्सना सक्सेना ने विनोबा के प्रेरक जीवन -प्रसंगों के बारे में बच्चों को जानकारी दी। इस अवसर पर विनोबा विचार मंच की ओर से विनोबा साहित्य भी जयपुर से भिजवाया गया। जिसे हाथों में लेकर सवना गांव में बच्चों ने प्रभात फेरी निकाली।