डॉककर्मी की कामचोरी,स्पीड़ पोस्ट लेने से किया मना,ज्यादा मात्रा का दिया हवाला

 मालवीय नगर पोस्ट आफिस का मामला

बैस्ट रिपोर्टर न्यूज,जयपुर | मालवीय नगर निवासी पत्रकार गोपाल लाल गुप्ता के साथ मालवीय नगर पोस्ट ऑफिस में डाककर्मी की कामचोरी की घटना ने डाक विभाग की एक महत्वपूर्ण समस्या पर ध्यान खींचा है। दरसल गोपाल लाल गुप्ता ने मंगलवार 28 सितंबर को सुबह 11 बजे कतार में खड़े होकर अपना नंबर आने पर जब काउन्टर संख्या तीन पर उपस्थित कर्मचारी गोविंद से रूबरू हुए तो उन्होने स्पीड़ पोस्ट हेतु प्रस्तुत 22 लिफाफों को अधिक बताते हुए डाक लेने से मना कर दिया और पुनः कतार में लगकर डाक देने को कहा| वैसे ऐसा आमतौर पर हर पोस्ट आफिस में किया जा रहा है,सबने मन माफिक नियम बना रखें हैं जिससे न सिर्फ आमजन को परेशानी हो रही,उन्हें अपमान व दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ रहा है वरन् परेशान होकर लोग निजी कुरियर कम्पनीयों की ओर जाने को मजबूर हो रहे हैं जिससे डाक विभाग को जबरदस्त राजस्व हानि हो रही है।

गोपाल लाल गुप्ता ने बताया कि करीब 11.00 बजे सुबह इस पोस्ट ऑफिस में 22 लिफाफे स्पीड पोस्ट करने हेतु कतार में लगे, 20-25 मिनट बाद हमारा नंबर आया तो काउंटर पर उपस्थित कर्मचारी ने अपने लिफाफों पर लगाने हेतु स्टिकर दिए और कहा यह लिफ़ाफ़ों पर लगा लो| स्टिकर लगाकर सभी लिफ़ाफ़े उन्हे दिए गए पहले तो वह ज्यादा लिफाफे होने पर मन ही मन कोसने लगे फिर उनके  मोबाइल पर  फोन आ गया और वो बात करने लग गए।  करीब 5-7 मिनट बाद वो लिफाफे किसी अन्य पोस्ट ऑफिस में देने हेतु बाध्य करने लगे, काफी कहने के बाद बमुश्किल उन्होंने 10 लिफाफे लिए। उनसे आग्रह किया गया कि इसमें राजस्थान के मुख्यमंत्री सहित मंत्रीगण एवं विधायकों की डाक भी है जो समय पर पहुंचना अति आवश्यक है परन्तु उन्होंने एक नहीं सुनी। 

         यंहा उल्लेखनीय है कि इस दरम्यान उन्होंने बीच बीच में अन्य लोगों के लिफ़ाफ़े भी लिए यंहा तक भी कोई बात नहीं, अब उन्होंने कहा कि में तेरे और लिफाफे नहीं ले सकता देने ही हैं तो वापिस लाइन में लग जा । फिर भी उनसे निवेदन किया गया कि बीच बीच  में कुछ और लोगों की भी डाक लेते रहो इससे मेरा भी काम हो जायेगा लोग भी परेशान नहीं होंगे | परन्तु अब उन्होंने बहुत ही अभद्र व्यवहार करना प्रारम्भ कर दिया और डाक लेने से साफ़ मना कर दिया।  

यहां तक कि नाम पूछने पर अन्य स्टाफ ने उनका नाम गोविन्द बताया इस समस्त घटनाक्रम के दौरान  कार्यालय के एसपीएम  का नाम एवं मोबाइल नंबर भी बताने का आग्रह किया गया, जिस पर  उन्होंने एसपीएम का नाम राकेश पारीक बताया परन्तु नंबर उपलब्ध नहीं करवाए, शिकायत पुस्तिका मांगने पर वो भी उपलब्ध नहीं करवाई। समस्त घटनाक्रम के दौरान एसपीएम कार्यालय में उपस्थित नहीं थे। उक्त समस्त प्रकरण की शिकायत चीफ पोस्टमास्टर जनरल राजस्थान को अनुला कुमार की गई है | पीएस ​​कपिल सक्सैना से प्राप्त जानकारी के अनुसार स्पीड़ पोस्ट की अधिकतम मात्रा की कोई सीमा निर्धारित नहीं है । सतपक्ष पत्रकार मंच की ओर से भी एक ध्याकर्षण पत्र भेजा गया है,जिससे संबंधित कार्मिक पर नियमानुसार कार्यवाही करने तथा भविष्य में व्यवस्था को दुरस्त करने की बात कही गई है।