पुलिस उपायुक्त कार्यालय झोटवाड़ा पर प्रदर्शन,ज्ञानचन्द अग्रवाल की गिरफ्तारी की मांग

22 बीघा जमीन हडपने का मामला दर्ज 




  आशा पटेल 
(न्यूज पूल,सत्पक्ष पत्रकार मंच) 

बैस्ट रिपोर्टर न्यूज, जयपुर। दलित महिला मिश्री देवी की ग्राम हाथोज स्थित 22बीधा भूमि धोखे से हडपने के आरोपी ज्ञानचंद अग्रवाल व कालूराम की गिरफ्तारी एवं पीडित महिला की जान—माल की सुरक्षा को लेकर भारत स्वाभिमान मंच के नेतृत्व में अनेक दलित नेताओं ,कार्यकर्ताओं व महिलाओं ने झोटवाड़ा स्थित पुलिस उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया। उल्लेखनीय है कि 80 वर्षीय दलित महिला मिश्री देवी की शिकायत पर ज्ञानचन्द अग्रवाल तथा कालूराम के खिलाफ  पुलिस ​थाना कालवाड़ में भारतीय दण्ड संहिता की धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी तथा अनुसूचित जाति एवं जनजाति (नृशंसता निवारण) अधिनियम 1989 (संशोधन 2015) की धारा 3(1) के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया था । हालांकि मामले की गूंज जयपुर पुलिस कमिश्नर, डीजीपी पुलिस और मुख्यमंत्री कार्यालय तथा एससी/एस टी आयोग नई दिल्ली तक पहुँच चुकी है परन्तु  जहाँ एक ओर अभी तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई है वहीं दूसरी ओर पीड़ित महिला पर जान की धमकी देकर मामला वापस लेने के लिए दबाब बनाया जा रहा है। कालवाड़ थाने में दर्ज मुकदमा संख्या 0104 में बताया गया है कि ज्ञानचन्द अग्रवाल और कालूराम पावर ऑफ अटार्नी अनरजिस्टर्ड होल्डर, श्री सालासर ओवरसीज प्राईवेट लिमिटेड ने दलित महिला मिश्री देवी की ग्राम हाथोज स्थित 71 बीघा 7 बिस्वा भूमि मे से 22 बीघा भूमि षडयंत्रपूर्वक दस्तावेजों का दुरूपयोग कर बिना रूपये दिए एवं जान से मारने की धमकी देकर 24 मार्च 2007 को एक गैर पंजीकृत विक्रय इकरारनामा लिखवा लिया । इकरारनामें में यह भी उल्लेखित किया गया है कि क्रय की राशि दो करोड़ 64 लाख रूपये जरिये चेक द्वारा दिए गए तथा यह भी स्पष्ट उल्लेखित है कि यदि 10 दिवस में विक्रेता मिश्री देवी को उपरोक्त लिखित राशि दो करोड 64 लाख प्राप्त नहीं होते है तो उक्त इकरारनामा स्वतः ही निरस्त समझा जाएगा। उक्त चेक बैंक से अनादर होने के बाद प्रार्थी को किसी तरह का भुगतान प्राप्त नही हुआ। अतः शर्त के अनुसार इकरारनामा और मुख्त्यारनामा सब निरस्त हो गए। लेकिन इसके उपरान्त भी कूट रचित दस्तावेज के जरिए दलित महिला मिश्री देवी की 22 बीधा भूमि पर सालासर ओवरसीज प्राईवेट लिमिटेड के नारायण ग्रुप के पट्टे काटकर बेचना व प्रोविजनल एलॉटमेन्ट लेटर देना प्रारम्भ कर दिया। 

मामले को लेकर प्रदर्शन कर रहे संगठनों ने पुलिस प्रशासन को 7 दिन का अल्टीमेटम दिया है और चेतावनी दी है कि यदि इस बीच आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो उनका अगला कदम विधानसभा एवं सरकार के सभ मंत्रियों के निवासों पर प्रदर्शन का होगा। 

प्रदर्शन करने वाले दलित नेताओं में भारत स्वाभिमान के अध्यक्ष पोकरमल भामणिया, श्याम लाल बलाइ. मोहन लाल बैरवा, प्रदेश प्रवक्ता महेश कुमार, बाबूलाल बैरवा, जी.एल. प्रेमी, समय सिंह जाटव शामिल थे।