05 जुलाई 2023 से 07 अगस्त 2023 तक पूरे प्रदेश में स्थित रोडवेज की सभी इकाईयों पर घटक संगठनों के पदाधिकारियों द्वारा संयुक्त दौरे करके कर्मचारियों को आंदोलन के लिए तैयार करने का अभियान चलाया जाएगा।
11 अगस्त 2023 को संयुक्त मोर्चे के घटक संगठनों द्वारा जयपुर में विशाल प्रदेश स्तरीय संयुक्त रैली का आयोजन किया जायेगा।
अगर विशाल प्रदेश स्तरीय रैली के आयोजन तक रोडवेज प्रबन्धन एवं राज्य सरकार द्वारा मांगों को स्वीकार नहीं किया जाता है, तो संयुक्त मोर्चे द्वारा रैली के अवसर पर आंदोलन के अगले चरण घोषित किये जायेंगे, जिनमें 24 घंटे की प्रदेश व्यापी हड़ताल भी शामिल होगी।
सम्मेलन को रोडवेज के श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चे के संयोजक एम.एल. यादव ने सम्बोधित करते हुए आंदोलन फिर से शुरू करने की पृष्ठभूमि पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए प्रत्येक माह के पहले कार्यदिवस को वेतन, पेंशन एवं एक महिने के सेवानिवृत्ति परिलाभ के भुगतान की स्थाई व्यवस्था करने, रोडवेज में 2500 नई बसें राज्य सरकार द्वारा खरीद कर देने, रोडवेज में रिक्त पड़े लगभग 11 हजार रिक्त पदों पर भर्ती करने, कार्यालयों में काम करने वाले कर्मचारियों तथा वाहन संचालन से जुड़े कर्मचारियों की सेवा सुविधिओं में भेदभाव को समाप्त करने, सेवारत व सेवानिवृत्त कर्मचारियों के सभी बकाया भुगतान करने आदि 11 सूत्रीय मांगों के बारे में जानकारी दी।
केन्द्रीय श्रमिक संगठनों यथा- इंटक के प्रदेष सचिव घासी लाल शर्मा, एटक के महासचिव कुणाल रावत, एच.एम.एस. के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश माथुर, सीटू के प्रदेश अध्यक्ष भंवर सिंह शेखावत एवं आर.सीटू के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल सैनी ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए रोडवेज कर्मचारियों के निरन्तर संघर्षो को रोडवेज को बचाए रखने का श्रेय देते हुए उनके आंदोलन का पूर्ण सक्रिय समर्थन का विश्वास दिलाया।
संयुक्त मोर्चे के घटक संगठनों-एटक के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष कृष्ण गोपाल गुप्ता एवं महासचिव धर्मवीर चौधरी, सीटू के प्रदेश अध्यक्ष गजराज कटेवा एवं महासचिव किशन सिंह राठौड़, इंटक के प्रदेश अध्यक्ष पुष्पेन्द्र शर्मा एवं संयोजक आलोक दुबे, एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष आनन्द चौधरी एवं महासचिव हर गोविन्द शर्मा, कल्याण समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष बृजमोहन शर्मा एवं महासचिव शुभकरण आढ़ा ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए संयुक्त मोर्चे द्वारा आहूत सभी आंदोलन कार्यक्रमों को पूरी ताकत से सफल बनाने का आव्हान किया।
इस अवसर पर संयुक्त मोर्चा द्वारा 11 सूत्री मांगों, आदोलन की पृष्ठभूमि एवं आंदोलन के कार्यक्रमों का घोषणा पत्र जारी किया गया जिसे सर्वसम्मति से जबरदस्त नारेबाजी के साथ स्वीकार किया गया।