समग्र सेवा संघ की गोष्ठी में जे.पी. व लोहिया को दी शब्दांजलि, समाजवाद व लोकतंत्र की प्रासंगिकता पर हुआ मंथन


बैस्ट रिपोर्टर न्यूज,जयपुर (आशा पटेल)। लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती व समाजवादी नेता डॉक्टर राममनोहर लोहिया की पुण्यतिथि की पूर्वसंध्या के अवसर पर 'जयप्रकाश नारायण व डॉक्टर राममनोहर लोहिया  के समाजवाद की वर्तमान में प्रासंगिकता' विषय पर परिचर्चा का आयोजन राजस्थान समग्र सेवा संघ परिसर में किया गया। सहसचिव बसन्त हरियाणा ने बताया कि इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि जयप्रकाश नारायण की सम्पूर्ण क्रांति व डॉक्टर लोहिया की सप्त  क्रांति में कोई बुनियादी अंतर नही है वर्तमान समय मे दोनो ही के विचार अत्यंत प्रसांगिक है। अगर दोनो के विचारों को सरकारें व नागरिक दोनो अपना ले तो एक बेहतर देश व दुनिया का निर्माण हो सकता है। 


इस अवसर पर गाँधीयन सवाई सिंह, राजेन्द्र कुम्भज, अरविंद भारद्वाज, पूर्व न्यायाधीश राहुल टेकचंद,राजेश चौधरी, प्रोफेसर गोपाल मोदानी, आशा पटेल, श्याम बिस्सा, प्रो विशाल विक्रमसिंह, अनिल गोस्वामी, एडवोकेट उमेश शर्मा, डॉ अनिल जैन, सपना राणावत, पत्रकार अनिल यादव,  भूरे सिंह जाटव, समाजवादी हेमेंद्र गर्ग, उपेंद्र शंकर सहित  विचार व्यक्त किये । जयसिंह राजोरिमा,रामलाल जाट,प्रेमचन्द योगी,सुभाष पाराशर,कस्तूरचन्द मिश्रा,भूरे सिंह, रमेश चौधरी, रूपेन्द्र सिंह चांपावत, मंगल देव पारीक,राजेन्द्र बजरीसंतोष सिंह सहित अनेक समाजवाद व लोकतंत्र समर्थक नागरिकों ने भी गोष्ठी में शिरकत की।

गोष्ठी के दौरान वक्ताओं द्वारा रखे गए विचारों की झलकियाँ -