पत्रकारिता के छात्रों को फिल्म स्क्रीनिंग के माध्यम से बताया नदियों का महत्व

                                       रिपोर्ट : आशा पटेल


बैस्ट रिपोर्टर न्यूज,जयपुर। | पत्रकारिता के छात्रों को भारतीय नदियों से जोड़ने के उद्देश्य और देश के विभिन्न हिस्सों में नदियों के किनारों पर स्थित यात्रा स्थलों से अवगत कराने के लिए जयपुर में सक्षम संचार फाउंडेशन ने मणिपाल संस्थान के सहयोग से नर्मदा जयंती के अवसर पर नर्मदा नदी पर बनी फिल्म रेवा का स्क्रीनिंग कार्यक्रम आइनॉक्स जीटी सेंट्रल मॉल में किया।

इस फिल्म के माध्यम से छात्रों को इस तथ्य से अवगत कराया गया कि नदियाँ भारतीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा कैसे हो सकती हैं और वे संस्कृति, व्यापार, पर्यटन और व्यवसाय को कैसे बढ़ावा दे सकती हैं।

नदियों के किनारे दुनिया में हर जगह सांस्कृतिक नगर विकसित हुए, संस्कृति  विकसित हुई, पर पता नहीं कैसे आज आधुनिक कही जाने वाली संस्कृति नदियों को निगल रही है. हमें विश्वास है सक्षम संस्था और मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर के स्कूल ऑफ़ मीडिया एंड  कम्युनिकेशन  की आज की पहल से नयी पीढ़ी को नदियों से फिर जुड़ने का मौका मिलेगा, प्रो अमिताभ श्रीवास्तव, निर्देशक, मीडिया और संचार स्कूल, मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर ने कहा|

इस अवसर पर अनुभवी फिल्म समीक्षक मनु त्रिपाठी ने कहा कि नदियों के महत्व  जानने के लिए पत्रकारिता के छात्रों को फिल्म स्क्रीनिंग से जोड़ना मेरा पहला अनुभव है।

सामाजिक कार्यकर्ता सुजाता वर्मा ने कहा कि छात्रों को प्रकृति के आशीर्वाद से अवगत कराने के लिए यह सबसे अच्छा प्रयास है।

सामाजिक कार्यकर्ता मनोज कुमार ने कहा कि कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी रेवा फिल्म की कहानी में कई आश्चर्यजनक रहस्यों का खुलासा किया है। इसी तरह, नदियों में और उसके आसपास कई कहानियाँ छिपी हुई हैं, जिन्हें आने वाले समय में पत्रकारिता के माध्यम से उजागर करने की जरूरत है।

सक्षम संचार फाउंडेशन के कोर्डिनेटर रवींद्र नागर ने कहा कि हमारे पास विभिन्न स्थानों पर जाकर पत्रकारिता के छात्रों को प्रशिक्षित करने की योजना है ताकि वे अपनी पढ़ाई के साथ प्रेक्टिकल नॉलेज भी लें सकें। 


वरिष्ठ पत्रकार अर्चना शर्मा ने संस्थान के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन बार-बार किए जाने चाहिए ताकि छात्र हमारी नदियों, प्राकृतिक संसाधनों के बारे में जान सकें और उनसे जुड़ी कहानियों को सामने ला सकें।

मणिपाल इंस्टीट्यूट के पत्रकारिता विभाग की छात्रा रिया ने कहा कि फिल्म की स्क्रीनिंग करना बेहतर अनुभव था फिल्म से कई रोचक जानकारियां मिली।