आरतिया ने लिखा ऊर्जा मंत्री को पत्र, सौर ऊर्जा के उत्पादन एवं सब्सिडी पुनः प्रारभ करने का किया आग्रह


बैस्ट रिपोर्टर न्यूज,जयपुर (रिपोर्ट : आशा पटेल ) । अखिल राज्य ट्रेड एण्ड इण्डस्ट्री एसोसियेषन (आरतिया) के कार्यकारी अध्यक्ष श्री प्रेम बियानी द्वारा एक विज्ञप्ति जारी करके बताया गया कि वर्तमान कोयल संकट के कारण हो रही बिजली कटौती का संदर्भ लेते हुये आरतिया द्वारा माननीय ऊर्जा मंत्री, राजस्थान सरकार को पत्र लिखकर सौर ऊर्जा को प्रमोट करने एवं सब्सिडी को पुनः प्रारम्भ करने हेतु आग्रह किया गया है।

आरतिया के अध्यक्ष श्री विष्णु भूत ने बताया कि इस प्रचण्ड गर्मी में राज्य में 4 से 5 घंटे की बिजली कटौती प्रारम्भ कर दी गई है, जिससे आमजन को बेहद असुविधा का सामना करना पड रहा है। साथ ही यदि बिजली आपूर्ति सुचारू नहीं हुई तो इसका विपरित असर राज्य के व्यापार एवं औद्योगिक उत्पादन पर भी पडने की पूर्ण संभावना है।

आरतिया के मुख्य संरक्षक श्री आषीष सराफ ने बताया कि सौर ऊर्जा स्थापित क्षमता में राजस्थान अग्रणी राज्य है तथा यदि प्रयास किये जाये तो बिजली हेतु कोयले की उपलब्धता पर निर्भरता कर कर सौर ऊर्जा के माध्यम से बिजली का उत्पादन कर राज्य को बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। इस हेतु लोगों को सौर ऊर्जा के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ, सब्सिडी के माध्यम से अपनी छतों पर सोलर पैनल लगाने हेतु प्रोत्साहित किया जाना जरूरी है। किन्तु इसके विपरीत कुछ समय पूर्व सोलर पैनल पर मिल रही सब्सिडी को बन्द कर दिया गया है, जो बेहद निराषाजनक है। साथ ही सब्सिडी प्राप्ति के दौरान भी बाध्यता थी, कि जो ब्राण्ड/वेडंर्स विभाग में पंजीकृत होंगे उनके माध्यम से लगाये पैनल्स पर ही सब्सिडी प्रदान की जावेगी। जिसके कारण पंजीकृत ब्राण्ड/वेडंर्स एवं अपंजीकृत ब्राण्ड/वेडंर्स के दामों में भारी अन्तर स्पष्ट दिखाई देने लग गया था, जिससे सब्सिडी का लाभ उपभोक्ता को ना मिलकर ब्राण्ड/वेडंर्स को मिल रहा है।

आरतिया के मुख्य सलाहकार श्री कमल कन्दोई ने बताया कि सौर ऊर्जा के माध्यम से उत्पादित होने वाली बिजली से वायु प्रदूषण बेहद कम होता है। अतः सौर ऊर्जा पर पूर्व में दी जा रही सब्सिडी को षिघ्रातिषिघ्र पुनः प्रारम्भ किया जावे साथ ही पंजीकृत वेडर्स/ब्राण्ड की बाध्यता को समाप्त कर गुणवŸा के आधार पर सब्सिडी का प्रावधान किया जावे तो अधिक से अधिक लोग सोलर के माध्यम से अपने जरूरत के मुताबिक बिजली का उत्पादन अपने स्वयं के सोलर पैनल के माध्यम से कर सकेंगे।