आईएचजीएफ दिल्ली फेयर के 53वें संस्करण में 7 श्रेणियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रदर्शकों को किया पुरस्कृत


बैस्ट रिपोर्टर न्यूज(रिपोर्ट : आशा पटेल )। दिल्ली ।  आईएचजीएफ दिल्ली फेयर  के 53 वें संस्करण का समापन समारोह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पुरस्कारों के साथ हुआ, जिसमें श्री राजकुमार मल्होत्रा, अध्यक्ष - ईपीसीएच, डॉ. राकेश कुमार, महानिदेशक- ईपीसीएच और अध्यक्ष-आईईएमएल; प्रशासन समिति, ईपीसीएच के सदस्य और श्री आर के वर्मा, कार्यकारी निदेशक- ईपीसीएच  उपस्थित थे. 

एक सफल फेयर  के लिए अपनी शुभकामना में,  प्रधान मंत्री ने कहा , "हमारा हस्तशिल्प क्षेत्र हमारे समाज और संस्कृति की विविधता, समृद्धि और जीवंतता में एकता को दर्शाता है। हमारे मेहनती कारीगरों के लिए व्यापक बाजार अवसर प्रदान करने पर जोर दिया गया है, हमारी सरकार का यह दृढ़ विश्वास है कि प्रौद्योगिकी उन्नयन (टेक्नोलॉजी उपग्रडेशन) इसके विस्तार की कुंजी है। हमने इस क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए निर्णायक कदम उठाए हैं और निर्माताओं को और भी अधिक उपयोगकर्ता के अनुकूल और टिकाऊ उत्पादों का उत्पादन करने में मदद की है।”

अंतरराष्ट्रीय सोर्सिंग समुदाय द्वारा संरक्षित, 2500 से अधिक प्रदर्शकों, क्षेत्रीय प्रदर्शनों और कई सहायक कार्यक्रमों के साथ विश्व स्तर पर प्रशंसित आईएचजीएफ दिल्ली फेयर  अपने 53वें संस्करण की परिणति की ओर बढ़ रहा है। सस्टेनेबिलिटी सबसे आगे है क्योंकि कई खरीदारों ने घरेलू और जीवन शैली उत्पादों में पर्यावरण के अनुकूल और अनुरूप रेंज की मांग की है। कई लोगों ने कहा कि वे ' रॉ ' और 'प्राकृतिक' लुक को पसंद करते हैं और इस बार फेयर  में उनके आपूर्तिकर्ताओं ने प्रकृति से खींची गई कास्ट-ऑफ मटेरियल और डेरिवेटिव में अधिक विकल्प पेश किए। यूरोपीय खरीदारों ने अन्य घरेलू उत्पादों के अलावा प्लास्टिक के विकल्प के रूप में नियमित उपयोग के लिए  दिलचस्प बैग खरीदे हैं। इस फेयर में जूट, हेम्प, नदी किनारे की  घास, बेंत और बांस, आदि से बनी कई चुनिंदा टोकरी और घरेलू उपयोगिताएं हैं । फेयर  में प्रदर्शकों का समान रूप से स्थिरता की ओर झुकाव रहा है और उन्होंने कई संभावनाओं के साथ खरीदारों को आश्चर्यचकित किया ।

ईपीसीएच के अध्यक्ष श्री आर.के मल्होत्रा ने कहा, “हमारे खरीदारों को यह देखकर खुशी हुई है कि हम पर्यावरण को बचाने की वैश्विक चिंता को साझा करते हैं। उन्हें हमारे प्रदर्शकों द्वारा प्रदर्शित समकालीन और स्टाइलिश बेंत और बांस शिल्प, घरेलू सज्जा, फर्नीचर और साज-सामान, कलात्मक वस्त्र, सूखे फूल और पोटपौरी, प्राकृतिक फाइबर उत्पाद, दस्तकारी फैशन के गहने और सहायक उपकरण, आदि पसंद आए हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में आने वाले रुझान के कारण वे उच्च मांग में हैं। 

डॉ. राकेश कुमार, महानिदेशक, ईपीसीएच और अध्यक्ष, आईईएमएल ने कहा, "आज, जबकि भारत में कई स्थापित प्रतिभागी (निर्माताओं/निर्यातकों) ने सामाजिक और पर्यावरणीय रूप से जिम्मेदार और अनुपालन करने के लिए निर्णायक और प्रमाणित कदम उठाए हैं, वहां जमीनी स्तर पर कई कारीगर और निर्माता हैं जिनका व्यवसाय मॉडल अनिवार्य रूप से सस्टेनेबिलिटी पर केंद्रित है। हमने उन्हें इस फेयर के माध्यम से और आगे लाने का प्रयास किया है।"

श्री आर के वर्मा, कार्यकारी निदेशक, ईपीसीएच ने  सूचित किया  कि 92 देशों के लगभग 4856 खरीदारों और खरीद प्रतिनिधियों ने फेयर  का दौरा किया, जिसके परिणामस्वरूप  रु3650 करोड़ की व्यापारिक पूछताछ हुई।” उन्होंने आगे कहा, “खरीदारों ने  यूएसए, यूके, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, ग्रीस, इटली, स्वीडन, रूस, जापान, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, इज़राइल, सऊदी अरब, तुर्की, कनाडा, ब्राजील और कई अन्य देशों से दौरा किया।" 

सर्वश्रेष्ठ डिजाइन प्रदर्शन के लिए अजय शंकर और पी.एन सूरी मेमोरियल अवार्ड छह उत्पाद श्रेणियों में दिए गए और इसके अतिरिक्त एक विशेष श्रेणी का पुरस्कार भी दिया गया।