"जैसा खाये अन्न वैसा बने मन" उक्ति आज भी सत्य - डॉ. सुरेन्द्र शर्मा
बैस्ट रिपोर्टर न्यूज,जयपुर । आयुष एक्सपो और आहार मेले की एक विशेषता यह भी देखी गई कि मेले में देश के प्रमुख आयुर्वेदज्ञों ने आमजन के हित के लिए औषधि व आहार पर सम्भाषण दिए। इनमें डॉ सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि यह उक्ति सही है कि व्यक्ति जैसा अन्न खाता है वैसा मन बन जाता है, यहां तक के यदि दूषित विचारों से भोजन बनाया जाए तो उसके दुष्परिणाम भोजन करने वाले को भी भोगने पड़ते हैं। डॉ सीआर यादव ने ताम्र विचारों से बचने के आहार विहार के बारे में जानकारी दी। प्रो. अनिता शर्मा ने नशा मुक्ति के लिए कारगर उपाय बताए। डॉ अजयकुमार साहू ने उच्चरक्तचाप से बचने के लिए आहार के बारे में जानकारी दी। डॉ विद्याधर काशीगर ने आहार को भी यज्ञ के समान बताया। डॉ महेन्द्र प्रसाद ने  बताया कि बेमेल खाना भी स्वस्थ के लिए हानिकारक होता है जैसे दूध के साथ मांसाहारी व्यंजन, स्नेह के बाद ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए आदि। डॉ सारिका यादव ने ऋतु और प्रकृति के अनुसार आहार कर स्वस्थ रहने के बारे में बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारियां दी।