15 से 20 प्रतिशत युवाओं में शराब तो 40 से 50 प्रतिशत में तंबाकू, गुटखा और सिगरेट की लतः डॉ. बलवीर सिंह तोमर

                                          रिपोर्ट : आशा पटेल


बैस्ट रिपोर्टर न्यूज,जयपुर। आज की युवा पीढ़ी धीरे-धीरे नशे की तरफ बढ़ती जा रही है, इनमें मुख्य रुप से शराब, सिगरेट, बीड़ी, तंबाकू, गुटके, अफीम, गांजा, चरस इत्यादि की लत युवाओं को तेजी से अपने आगोश में ले रही है, ये कहना है निम्स हॉस्पिटल के चेयरमैन डॉ. बलवीर सिंह तोमर का। देखा जाए तो बहुत सारे नशे ऐसे हैं जो धीरे-धीरे बढ़ते जा रहे हैं। पहले नशा करने के मामले शहरों में ज्यादा देखे जाते थे, लेकिन अब यह गांव में रहने वाली युवा पीढ़ी में तेजी से बढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि तकरीबन 15 से 20 प्रतिशत युवाओं में शराब का नशा और 40 से 50 प्रतिशत के करीब युवाओं में तंबाकू, गुटखा और सिगरेट का नशा शामिल है। 

डॉ. बलवीर सिंह तोमर, चेयरमैन, निम्स हॉस्पिटल जयपुर ने बताया कि हमारे समाज में विशेष तौर पर ग्रामीण समाज के युवा पीढ़ी के इस तरह के नशे के शिकार और उनकी लत में पड़ने की तकलीफों को देखते हुए निम्स हॉस्पिटल द्वारा एक विशेष अभियान चालू किया गया है। इस अभियान के तहत निम्स हॉस्पिटल के आस-पास के गांवों में जहां पर युवा पीढ़ी को नशे की लत है वहां जाकर पूरे महीने निःशुल्क कैंप लगाया जा रहा है और निःशुल्क परामर्श दिया जा रहा है। कैंप के माध्यम नशा करने वाले लोगों को भर्ती कर निम्स हॉस्पिटल के नशा मुक्ति केन्द्र में उपचार किया जा रहा है। यह एक बहुत ही बड़ा कदम और बड़ा प्रयास किया जा रहा है जो कि बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने बताया कि हमें उम्मीद हैं इस निःशुल्क कैंप में अधिक से अधिक लोग आकर इसका फायदा उठाएंगे ताकि हमारा समाज, हमारा देश और हमारे गांव और हमारी युवा पीढ़ी नशे से मुक्त हो सके।

डॉ. बलवीर सिंह तोमर ने बताया कि इससे पहले भी निम्स हॉस्पिटल द्वारा समय-समय पर नशा मुक्ति के लिए निःशुल्क कैंप का आयोजन किया जाता रहा है और परामर्श और उपचार किया गया है। उन्होंने बताया कि अगर किसी के परिवार या आस-पास में रहने वाले जिन लोगों को किसी भी तरह के नशे की लत है तो ऐसे लोगों का निम्स हॉस्पिटल के नशा मुक्ति विभाग के चिकित्सकों द्वारा उनका उपचार कराएं।

डॉ. तुषार जागावत, साइक्रेटिक्स, निम्स हॉस्पिटल ने बताया कि निम्स अस्पताल के मनोरोग विभाग द्वारा नशा मुक्ति विभाग का संचालन किया जा रहा है तथा कई वर्षों से नियमित रूप से नशे करने वाले रोगियों को परामर्श और उपचार किया जा रहा है। उन्होंने सभी लोगों को सलाह दी है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस कैंप में आए और जो लोग कैंप में नहीं आ पाए वह निम्स अस्पताल के नशा मुक्ति विभाग में आकर नशे की लत को जड़ से खत्म करने का लाभ उठाएं।