संजय अग्रवाल, एमडी एवं सीईओ, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक, द्वारा बजट की घोषणा से पहले अपेक्षाएँ


महामारी के बुरे प्रभावों का सामना करने के बाद, लघु एवं मध्यम उद्योग क्षेत्र अब धीरे-धीरे पटरी पर वापस लौट रहा है। ऐसी स्थिति में, इस क्षेत्र को सहारा देने तथा नीतियों के माध्यम से समर्थन प्रदान करने की जरूरत है, ताकि लगातार विकसित हो रही वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला की वजह से उपलब्ध अवसरों का भरपूर लाभ उठाया जा सके। लघु एवं मध्यम उद्योग क्षेत्र में लोगों को रोजगार देने की असीम संभावनाएं मौजूद हैं, और इस बात को ध्यान में रखते हुए मैं विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूँ कि आगामी बजट में लघु एवं मध्यम उद्योगs को सहारा देने के लिए सकारात्मक उपायों और योजनाओं को शामिल किया जाना चाहिए। इसके अलावा, लघु एवं मध्यम उद्योगs के लिए पूंजी की उपलब्धता को सरल और सहज बनाया जाना चाहिए, ताकि वे भी सरकार की 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' पहल में अपना सार्थक योगदान दे सकें।