पिंजरापोल गौशाला में मनाया गया गोपाष्टमी पर्व

बैस्ट रिपोर्टर न्यूज,जयपुर। आशा पटेल । सांगानेर स्थित पिंजरापोल गौशाला के पदाधिकारियों ने करीब सौ गायों व बछडों को विधि विधान से पूजा कर तिलक लगाकर गोपाष्टमी का पर्व मनाया गया।गौशाला से जुड़े संगठन व प्रचार मंत्री राजू मंगोड़ीवाला ने बताया कि गाय हमारी वैदिक संस्कृति की पोषक हैं। भगवान कृष्ण ने भी असीम गौ सेवा करके वैदिक संस्कृति की रक्षा करने का काम किया था इसलिये हम सभी का दायित्व बनता है कि गाय की पूजा-अर्चना के साथ उसको बचाने का भी प्रयास करें। गोपाष्टमी के पावन पर्व पर कोरोना काल के बाद जयपुर शहर से जुड़े राजनीतिक,सामाजिक,प्रशासनिक व उधोगपति सहित हज़ारों लोग गौशाला में आये और गायों की पूजा-अर्चना कर हरा चारा वितरित किया व साथ ही लोगों ने गौ रक्षा का भी संकल्प लिया।पिंजरापोल गौशाला के अध्यक्ष नारायण अग्रवाल ने कहा कि गाय का लुप्त होना वैदिक संस्कृति के लिये अशुभ संकेत हैं। सभी पालतू पशुओ में गौवंश कलयुग में सबसे ज्यादा संकट में हैं। यदि सरकार ने इसके लिये सकारात्मक प्रयास न किए तो गाय पूरी तरह विलुप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश में पशुओं की नस्ल सुधारने के लिए अनेक कार्यक्रम चलाये गए। लेकिन सुधार के नाम पर देशी की जगह विदेशी नस्ल हावी हो गई हैं । समिति के सचिव शिव रत्न जी चितलांग्या ने कहा कि रासायनिक खाद. कीटनाशक जहर व ट्रैक्टर निर्माण करता बडी-बडी कंपनियों ने गौवंश के स्थान पर कब्जा कर उसे हाशिए पर ढकेल दिया हैं। इस कारण किसान पशुओं को पालन का काम न करके बल्कि ट्रैक्टरों पर आधारित कृषि करने लगा हैं। इसका सीधा असर गोवंश पर पडा हैं। इस अवसर पर पिंजरापोल गौशाला के अध्यक्ष नारायण अग्रवाल,सचिव शिव रत्न चितलांग्या,कोषाध्यक्ष श्याम भूतड़ा,पूर्व अध्यक्ष रामदास सौंखिया,संगठन व प्रचार मंत्री राजू मंगोड़ीवाला,उपाध्यक्ष डी.एन.जाजू,मंत्री बेनी कचोलिया,भवन मंत्री नवल चौधरी,सदस्य विवेक लड्डा,श्याम मालपानी,राधेश्याम विजयवर्गीय व राजेश जी हुरकट सहित कई पदाधिकारी व अन्य लोग मौजूद रहे।