उल्लेखनीय है कि इस संधि के प्रावधान के अनुसार यदि डब्ल्यूएचओ किसी भी बीमारी को पैंडेमिक घोषित कर दे तो ऐसी घोषणा करने के तुरन्त बाद से भारत देश की संप्रभुता तथा देश के नागरिकों के समस्त मूल अधिकार समाप्त हो जाएगें , देश की अदालतों में गुहार लगाने का नागरिकों का अधिकार समाप्त हो जाएगा,भारत के सभी राजनीतिक व प्रशासनिक पदाधिकारी डब्ल्यूएचओं का आदेश मानने के लिए बाध्य हो जाएगें क्योंकि इस संधि के माध्यम से डब्ल्यूएचओ का भारत के इन पदाधिकारियों को सीधे आदेश देना का कानूनी अधिकार प्राप्त हो जाएगा ।
प्रदर्शनकारियों ने 'बिल गेट्स भारत छोड़ो' 'डब्ल्यूएचओ भारत छोड़ो' 'न्यू वल्ड आडर नहीं चलेगा' जैसे नारे लगाए तथा डब्ल्यूएचओ को एक षडयंत्रकारी संस्था तथा बिल गेट्स को वैक्सीन अपराधी बताते हुए जन सम्पर्क किया।
प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रट सर्किल से शहीद स्मारक पहुँचकर वहाँ मौजूद हजारों लोगों के बीच भी पैम्फलेट वितरण कर जागरूकता फैलाई।
प्रदर्शन में एआईएम से जयश्री नरूका, अंकुर शर्मा,पीयूष शर्मा,कमल शर्मा,मनमोहन सिंह,रवि वाघेला,सुमित,एडवोकेट नीरज सिंघल,जन सम्प्रभुता संघ के अध्यक्ष एवं पत्रकार अनिल यादव तथा पत्रकार आर.रोहित मुख्य रूप से शामिल रहे।