आज के तीसरे सत्र में डा. महेंद्र प्रसाद, सह- आचार्य, क्रिया शारीर, राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर द्वारा इन्द्रिय जैसे - कठिन विषय को बहुत ही सहज रूप में समझाया। उन्होनें कर्मेंद्रिय एवं ज्ञानेंद्रिय के मध्य के अंतर को वैज्ञानिक तरीके से समझाया ।
सभी प्रतिभागियों ने सभी विषय विशेषज्ञों के विचारों को बहुत ही ज्ञान वर्धक बताया तथा सभी सत्रों की प्रशंसा की । कार्यक्रम का डा. भानू प्रताप सिंह शेखावत सहायक आचार्य, डा. रश्मि गुरव, सहायक आचार्य क्रिया शारीर विभाग ने सफलता पूर्वक संचालन किया । कार्यक्रम के सचिव डा. सी. आर. यादव ने विभागीय अध्येताओं एवं विभागीय कर्मचारियों के योगदान को भी सराहा । विभाग के संकाय सदस्य डा. रश्मी गुरव, पी. जी. अध्येता डा. नैना, डा. प्रियलक्ष्मी तथा समस्त स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के अध्येताओं ने कुल 10 पुस्तकें विभागीय पुस्तकालय को भेंट की ।