यूईएम को मिला फिनलैंड से फ़ोर्ब की सूचीबद्ध प्रसिद्ध स्टार्टअप कं.से स्मार्ट सोलर सिस्टम हेतु लाइव प्रोजेक्ट



बैस्ट रिपोर्टर न्यूज,जयपुर (आशा पटेल) ।  यूनिवर्सिटी ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट, (यूईएम) जयपुर राज्य का एक प्रमुख निजी विश्वविद्यालय है, जिसने इंजीनियरिंग, प्रबंधन और फिजियोथेरेपी पाठ्यक्रमों के लिए 2012 में अपने पाठ्यक्रम शुरू किए थे। यह विश्वविद्यालय NAAC से मान्यता प्राप्त, AICTE द्वारा अनुमोदित, आईएसओ  प्रमाणित और एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज, एसोसिएशन ऑफ कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटीज यूके और इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ यूनिवर्सिटीज फ्रांस का सदस्य है।

यूईएम जयपुर  के लिए टाइम्स बी-स्कूल रैंकिंग में प्रथम स्थान पर है और यह शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आईआईसी रैंकिंग में सर्वोच्च विश्वविद्यालय भी है। विश्वविद्यालय एआईसीटीई की मेंटर-मेंटी योजना के तहत एक मेंटर संस्थान भी है।  इसे  एआईसीटीई द्वारा विभिन्न प्रकार के प्रोग्रामो के लिए भी फंडिंग प्राप्त है।  विश्वविद्यालय को एआईसीटीई लीड कार्यक्रम के तहत देश के शीर्ष 50 संस्थानों में से एक के रूप में चुना गया है। साथ ही शिक्षा मंत्रालय द्वारा एआरआईआईए रैंकिंग से मोस्ट प्रॉमिसिंग इंस्टीट्यूशन सर्टिफिकेट  प्राप्तकर्ता  है और हाल ही में फिनलैंड से फ़ोर्ब की सूचीबद्ध प्रसिद्ध स्टार्टअप कंपनी द्वारा स्मार्ट सोलर सिस्टम के लिए असेंबली लाइन बनाने का एक लाइव प्रोजेक्ट प्राप्त हुआ है। फिजियोथेरेपिस्ट विभाग को इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा वर्ष 2021-24 के लिए 4 स्टार्ट कैटेगरी का दर्जा दिया गया है।

प्रेस वार्ता के दौरान यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर प्रो. डॉ बिस्वेजॉय चटर्जी ने बताया की यूईएम जयपुर सभी योग्य छात्रों को प्लेसमेंट, अनुसंधान, प्रकाशन, नवाचार और उद्यमिता के लिए सहयोग  करता है , विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ छात्र और संकाय विनिमय कार्यक्रम और पूरे देश के छात्रों को मजबूत संकाय  प्रदान करने में एक वैश्विक संस्थान  के रूप में उभरा है। महामारी में भी नियमित ऑनलाइन कक्षाएं, परीक्षा और मूल्यांकन ने छात्रों को एक भी दिन गंवाए बिना निर्धारित समय में  स्नातक पूरा करवाया । उद्योगों के साथ निरंतर संपर्क यूईएम जयपुर को पाठ्यक्रम में नवीनतम और उभरते  विषयों को शामिल करने में सक्षम बनाता है, ताकि छात्र पास आउट होने पर उद्योग के लिए तैयार हो सकें। 

यूईएम, जयपुर ने रिएक्ट JS लैब लॉन्च करने के लिए कृति टेक्नोलॉजीज प्रा लि के साथ सहयोग किया है, जो अपने छात्रों को लैस करने के लिए एक अपस्किलिंग प्रोग्राम है।  वर्तमान आईटी परिदृश्य में अग्रणी तकनीकों में से एक, रिएक्ट JS शिक्षण केंद्र कौशल अंतराल की बाधाओं को तोड़ने व उद्योगों  की गलाकाट प्रतियोगिता में प्रासंगिक बने रहने में मदद करेगा  साथ ही रिएक्ट JS के नवीनतम संस्करण में विशेष मुफ्त प्रशिक्षण प्रदान करेगी। बीटेक, एमटेक, बीसीए आदि के छात्रों को प्रशिक्षण देने के लिए अनुभवी प्रशिक्षक यूईएम जयपुर परिसर में आएंगे। प्रशिक्षण के सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद छात्रों को कंपनी में पक्की नौकरी की पेशकश की जाएगी। इसलिए यह कार्यक्रम संस्थान या छात्र के लिए बिना किसी लागत के गारंटीकृत नौकरी प्रशिक्षण कार्यक्रम है। वर्तमान अत्यधिक प्रतिस्पर्धी नौकरी बाजार में रिएक्ट पर यह विशेष प्रशिक्षण निश्चित रूप से सभी छात्रों को बेहतर बढ़त प्रदान करेगा।  प्रशिक्षण का पहला बैच जुलाई 2022 के पहले सप्ताह से शुरू होगा। इतना ही नहीं यहाँ पर नवाचारों के लिए भी नवीन तकनीक पर आधारित इनोवेशन लैब, ऑगमेंटेड रियलिटी और वर्चुअल रियलिटी पर आधारित लैब, रोबोटिक्स लेबोरेटरी- हुमानोइड रोबोट , स्पाइडर रोबोट , पेंगुइन रोबोट, 3 डी प्रिंटिंग लैब, ऑटोमोबाइल एंड मेकेनिकल लैब, हाई पावर ट्रॉन्समिशन लैब (GSS), रिसर्च लैब आदि प्रयोगशालाएँ विश्विद्यालय परिशर में स्थापित है जहा पर विदयार्थी  नयी नयी तकनीकी के साथ अपने अपने अनुभव सांझा करते है साथ ही प्रोफेसर भी उनकी नए नए प्रोजेक्ट्स स्थापित करने  के पूर्ण मदद करते है।  

उन्होंने यह भी बताया कि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के इंस्टीट्यूट इनोवेशन काउंसिल की पहल के तहत पूरे उत्तर पश्चिम भारत में विश्वविद्यालय को दूसरा स्थान मिला है। नवाचार उपलब्धियों पर संस्थानों की अटल रैंकिंग (एआरआईआईए) द्वारा यूईएम जयपुर भी सबसे होनहार विश्वविद्यालय श्रेणी के अंतर्गत है।

प्रो. डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा, रजिस्ट्रार, यूईएम जयपुर ने बताया कि विश्वविद्यालय के पास एक बहुत मजबूत संस्थान उद्योग सहयोग है जहां 400 से अधिक कंपनियां प्लेसमेंट, प्रशिक्षण और इंटर्नशिप उद्देश्यों के लिए परिसर में आ रही हैं। यूईएम, जयपुर में पिछले 2 वर्षों में सेमिनार, वेबिनार, एफडीपी, शोधकर्ताओं के व्याख्यान और प्रमुख शिक्षाविदों के आमंत्रित व्याख्यान जैसे लगभग 1300 कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिससे छात्रों और शिक्षकों को सीखने और कुशल बनाने का बेहतर वातावरण प्रदान किया गया। अब भी विश्वविद्यालय प्रतिदिन कम से कम एक कार्यक्रम या तो सांस्कृतिक, तकनीकी, वेबिनार, संगोष्ठी या कोई एफडीपी सत्र आयोजित कर रहा है।

यूनिवर्सिटी उपनिदेशक संदीप कुमार अग्रवाल ने बताया की वर्ष 2022 के एक विद्यार्थी को गूगल से 79 लाख रुपये प्रतिवर्ष का ऑफर मिला है और इस विद्यार्थी ने इस वर्ष ही ज्वाइन कर लिया लिया है साथ ही 2022 चतुर्थ वर्ष के एक विद्यार्थी को अमेरिकन कंपनी में सालाना 15 लाख रुपये का स्टायी फंड के साथ इंटर्नशिप करने का ऑफर मिला है। आपको बता दे यूनिवर्सिटी में 2023 बैच के विद्यार्थियों के लिए भी प्लेसमेंट चालू हो चुके है।

यूईएम जयपुर को छात्रों द्वारा हमारे परिसर के भीतर बैटरी चालित प्रोजेक्टर विकसित करने के लिए टेस्पैक, फिनलैंड द्वारा वित्त-पोषित किया गया है। परिसर के भीतर इसे विकसित करने में लगभग 50 छात्र शामिल थे, जिसमें से टेस्पैक ने 3 छात्रों की भर्ती भी की है। इसके अलावा, टेसपेक    अब बड़े पैमाने पर इसका निर्माण करने के लिए हमारे परिसर के भीतर असेंबली लाइन स्थापित करने के लिए निवेश कर रहा है। भविष्य में हमारे सभी छात्र इन उत्पादों को विकसित करने में शामिल होंगे और यह कंपनी में हमारे छात्रों के लिए एक निरंतर भर्ती चैनल भी खोल रहा है।